डिबेंचर क्या हैं?

डिबेंचर एक प्रकार का ऋण पत्र होता है जिसे कंपनियां जारी करती हैं, और इसकी मूल्य मुद्रा में बदल सकता है। इसमें निश्चित व्याज दर होती है और यह दीर्घकालिक निवेश होता है।

डिबेंचर की विशेषताएं

डिबेंचर एक निश्चित दर वाला ऋण पत्र है जो निवेशकों को स्थिर रिटर्न प्रदान करता है, लेकिन उन्हें कंपनी के निर्णयों में भाग नहीं लेने का अधिकार होता है।

डिबेंचर के प्रकार

डिबेंचर के कई प्रकार होते हैं, जैसे सुरक्षित, असुरक्षित, परिवर्तनीय, गैर-परिवर्तनीय, प्रतिदेय, और अशोध्य डिबेंचर। इनमें हर प्रकार की विशेषताएं होती हैं।

डिबेंचर के लाभ

डेबेंचर से पक्की आमदानी होती है। निवेशकों को नियमित ब्याज, संपत्ति से सुरक्षा, उच्च लाभ और डेबेंचर को शेयर में बदलने का विकल्प मिलता है।

डिबेंचर के नुकसान

डेबेंचर में निवेशक को कई जोखिम सामना करना पड़ता है: कंपनी की असफलता, बदलती ब्याज दर, मताधिकार की कमी और असुरक्षित निवेश का जोखिम।

डिबेंचर क्या होते हैं? इसका मतलब और उनके प्रकार जानिए! निवेश के इस रूप की समझ के लिए हमारे लेख को पढ़ें।