Data Patterns Q2 FY25 में साल-दर-साल गिरावट के साथ शुद्ध लाभ 10% से अधिक घटकर ₹30.3 करोड़ और राजस्व 16% घटकर ₹91 करोड़ दर्ज किया। हालांकि, स्टॉक ने इस साल अब तक 21% से अधिक की वृद्धि दर्ज की है, जिससे यह Nifty 50 के 12% लाभ को पार कर गया।
Data Patterns शेयर प्राइस मूवमेंट:
Q2 नतीजों में राजस्व और लाभ में गिरावट के बाद, Data Patterns के शेयरों में 4% की गिरावट आई और यह ₹2,225 पर कारोबार कर रहे थे। फिर भी, स्टॉक ने इस साल अब तक मजबूत प्रदर्शन किया है और Nifty 50 के प्रदर्शन से बेहतर रहा है।
रक्षा स्टॉक Q2 नतीजे:
Data Patterns ने Q2FY25 में शुद्ध लाभ में 10% से अधिक की गिरावट दर्ज की, जो ₹30.3 करोड़ रहा और राजस्व 16% घटकर ₹91 करोड़ हो गया। तिमाही में गिरावट के बावजूद, इस साल अब तक स्टॉक ने 21% से अधिक की बढ़त दिखाई है, जो Nifty 50 के प्रदर्शन से काफी बेहतर है।
कंपनी का परिचालन EBITDA भी घटा, लेकिन EBITDA मार्जिन 37.7% पर स्थिर रहा। विशेष रूप से, तिमाही के लिए PAT मार्जिन साल-दर-साल 31.2% से बढ़कर 33.3% हो गया।
रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स में विशेषज्ञ Data Patterns प्रमुख रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों और एजेंसियों के साथ मिलकर काम करती है और रडार, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध, और एवियोनिक्स जैसे क्षेत्रों में योगदान देती है, जो इसे इस क्षेत्र में रणनीतिक महत्व प्रदान करता है।
हाल की खबरें:
Data Patterns के शेयर DRDO के नए प्रोजेक्ट, जो रडार तकनीक के विकास के लिए है, को जीतने के बाद 6% बढ़े। यह प्रोजेक्ट कंपनी की रक्षा क्षेत्र की प्रोफाइल को मजबूत करता है और राष्ट्रीय रक्षा क्षमताओं में इसके महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित करता है।
Data Patterns स्टॉक का प्रदर्शन:
Data Patterns के स्टॉक ने अलग-अलग समयावधियों में उतार-चढ़ाव देखा है। पिछले एक साल में स्टॉक ने 21.9% की महत्वपूर्ण वृद्धि दिखाई है। हालांकि, पिछले सप्ताह में इसमें 1.78% की गिरावट आई और पिछले छह महीनों में इसमें 19.0% की अधिक गिरावट देखी गई।
All values in % | Sep-24 | Jun-24 | Mar-24 |
Promoters | 42.41 | 42.41 | 42.41 |
FII | 14.39 | 14.95 | 14.56 |
DII | 8.72 | 8.52 | 11.58 |
Retail & others | 34.47 | 34.12 | 31.44 |
Data Patterns कंपनी के बारे में:
Data Patterns रक्षा क्षेत्र के लिए उन्नत इलेक्ट्रॉनिक्स बनाने में विशेषज्ञ है, जो रडार, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध, एवियोनिक्स, और छोटे उपग्रहों के उत्पादों पर केंद्रित है। यह कंपनी प्रमुख भारतीय रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों (PSUs) और DRDO व ISRO जैसे संगठनों के साथ साझेदारी करती है, जिससे भारत की रणनीतिक रक्षा क्षमताओं के लिए महत्वपूर्ण तकनीकें प्रदान करती है।