Tata Power Q2 Results में मजबूत वृद्धि दिखी, जिसमें समेकित कर पश्चात लाभ (PAT) (विशेष मदों से पहले) ₹1,533 करोड़ हो गया, जो साल-दर-साल 51% की वृद्धि दर्शाता है। कंपनी ने इस वृद्धि का श्रेय संचालन में कुशलता, अनुकूल नियमों का समर्थन और सोलर मैन्युफैक्चरिंग व वितरण क्षेत्रों में वृद्धि को दिया।
इस तिमाही में Tata Power का समेकित EBITDA 23% बढ़कर ₹3,808 करोड़ हो गया, जो कंपनी के सोलर मैन्युफैक्चरिंग और विभिन्न व्यवसायों में सुधार के रणनीतिक प्रयासों को दर्शाता है।
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हालांकि, इस तिमाही में Tata Power का राजस्व 1% घटकर ₹15,247 करोड़ हो गया, जो पिछले साल ₹15,442 करोड़ था। फिर भी, कंपनी ने H1FY25 के लिए सभी समय का उच्चतम राजस्व, EBITDA और PAT (विशेष मदों से पहले) दर्ज किया।
Tata Power ने अपनी सौर EPC ऑर्डर बुक को ₹15,900 करोड़ तक बढ़ाया, जो नवीकरणीय ऊर्जा के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसका स्वच्छ और हरित ऊर्जा पोर्टफोलियो लगभग 12.9 GW तक विस्तारित हो गया है, जिसमें से 6.4 GW चालू और 6.5 GW निर्माणाधीन हैं।
ट्रांसमिशन में, Tata Power का पोर्टफोलियो अब 7,049 सर्किट किलोमीटर (Ckm) को कवर करता है, जिसमें 4,633 Ckm चालू और 2,416 Ckm निर्माणाधीन हैं। यह विस्तृत नेटवर्क भारत के ऊर्जा अवसंरचना में Tata Power की महत्वपूर्ण भूमिका को मजबूत करता है।
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कंपनी ने Q2FY25 में लगभग ₹5,200 करोड़ का कैपेक्स भी रिपोर्ट किया है, जिससे H1FY25 में ₹9,100 करोड़ का कैपेक्स हो गया है, जो पूरे वर्ष के ₹20,000 करोड़ के लक्ष्य का हिस्सा है। यह निवेश Tata Power की विस्तार और भविष्य के लिए तैयार अवसंरचना की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
CEO और प्रबंध निदेशक, डॉ. प्रवीर सिन्हा ने उत्पादन, ट्रांसमिशन और वितरण, और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में कंपनी की निरंतर वृद्धि पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि सभी खंडों ने भारत की रिकॉर्ड पावर मांग के चलते अच्छा प्रदर्शन किया, जिससे Tata Power के लिए लगातार 20वीं तिमाही में PAT में वृद्धि हुई है।