IndusInd Bank share price में 18% की महत्वपूर्ण गिरावट आई है, जो कमजोर प्रदर्शन के कारण है। प्रावधान और आकस्मिकताएँ सालाना 87% बढ़कर ₹1,820 करोड़ हो गईं, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹974 करोड़ था, जो अधिक सतर्क वित्तीय दृष्टिकोण को दर्शाता है।
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बैंक ने नेट प्रॉफिट में 39.5% की गिरावट दर्ज की, जो ₹1,331 करोड़ से घटकर ₹2,202 करोड़ हो गई। बढ़ते आकस्मिक प्रावधानों को ध्यान में रखते हुए, Q2 FY25 का समायोजित नेट प्रॉफिट ₹1,725 करोड़ होगा, फिर भी चुनौतियों को दर्शाता है।
संपत्ति की गुणवत्ता बिगड़ गई, जिसमें ग्रॉस NPAs 1.93% से बढ़कर 2.11% हो गई, और नेट NPAs भी 0.57% से बढ़कर 0.64% हो गए। यह बैंक के ऋण पोर्टफोलियो की सेहत पर बढ़ती चिंताओं को दर्शाता है।
बैंक की पूंजी पर्याप्तता अनुपात 18.21% से घटकर 16.51% हो गई, जो वित्तीय स्थिरता में कमी को दर्शाता है। यह अनुपात बैंक के पूंजी और जोखिम-भारित संपत्तियों के अनुपात का आकलन करने में महत्वपूर्ण है।
आय के मामले में, IndusInd Bank का नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) इस तिमाही में सालाना 5% बढ़कर ₹5,347 करोड़ हो गया। हालांकि, नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) पिछले वित्तीय वर्ष की इसी तिमाही में 4.29% से घटकर 4.08% हो गया।
कुल मिलाकर, Q2 के परिणामों ने IndusInd Bank के लिए कई चुनौतियाँ उजागर कीं, जिनमें उच्च प्रावधान, खराब होती संपत्ति गुणवत्ता, और पूंजी पर्याप्तता में गिरावट शामिल हैं, जिससे शेयर की कीमत में महत्वपूर्ण गिरावट आई।