Reliance Power के शेयरों ने निवेशकों का ध्यान खींचा जब Rosa Power ने ऋणों का पूर्व भुगतान कर जीरो डेट स्थिति हासिल की, जिसमें Varde Partners को पहले दिया गया ₹833 करोड़ का ऋण शामिल था। Rosa Power उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के रोजा गांव में 1,200 MW का कोल आधारित थर्मल प्लांट संचालित करता है, जिससे सूचीबद्ध कंपनी में निवेशकों का विश्वास बढ़ा है।
अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली इस कंपनी ने बताया कि हाल के प्रिफरेंशियल इश्यू के बाद इसकी नेट वर्थ ₹11,155 करोड़ से बढ़कर ₹12,680 करोड़ से अधिक हो जाएगी। अब कंपनी ने जीरो बैंक डेट की रिपोर्ट दी है, जिससे इसकी वित्तीय स्थिति मजबूत हुई है।
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इसके अलावा, Reliance Power ने घोषणा की कि Vidarbha Industries Power Limited (VIPL) अब उसकी सहायक कंपनी नहीं है। कंपनी ने VIPL से संबंधित सभी गारंटर दायित्वों का सफलतापूर्वक निपटान किया, जिससे ₹3,872.04 करोड़ के बकाया ऋण के लिए कॉर्पोरेट गारंटी से मुक्ति मिली।
यह रणनीतिक कदम Reliance Power को VIPL के ऋण से जुड़े पूर्व दायित्वों से मुक्त करता है, जिससे कंपनी की वित्तीय दृष्टि में और सुधार होता है। यह समाधान कंपनी की बैलेंस शीट को मजबूत करने और वित्तीय देनदारियों को कम करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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जून तिमाही के लिए, Reliance Power ने ₹97.85 करोड़ का समेकित नुकसान रिपोर्ट किया। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि के ₹296.31 करोड़ के नुकसान से बेहतर रहा, जो चुनौतीपूर्ण स्थितियों के बावजूद प्रगति दिखाता है।
Reliance Power की आय में सुधार से तिमाही नुकसान को कम करने में योगदान मिला है। ये विकास और ऋण में कमी की पहल कंपनी के लिए सकारात्मक कदम माने जा रहे हैं, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ने और बाजार में Reliance Power के शेयर मूल्य पर संभावित प्रभाव पड़ सकता है।