आज के कारोबारी सत्र में भारतीय शेयर बाजार में आश्चर्यजनक रूप से भारी गिरावट देखने को मिली। BSE सेंसेक्स 4,165.91 अंक (5.45%) की गिरावट के साथ 72,302.87 पर बंद हुआ, जबकि NSE निफ्टी 1,303.85 अंक (5.60%) की गिरावट के साथ 21,960.05 पर बंद हुआ। यह गिरावट एग्जिट पोल के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की बड़ी जीत के पूर्वानुमानों के विपरीत है।
मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों ने भी समग्र बाजार भावना को प्रतिबिंबित किया, जो क्रमशः 8.5% और 7% गिर गए। 30 सेंसेक्स कंपनियों में से, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को 10% से अधिक की भारी गिरावट का सामना करना पड़ा। Power Grid और NTPC में भी लगभग 10% की गिरावट आई। अन्य प्रमुख पिछड़ने वालों में Larsen & Toubro, Axis Bank, Tata Steel और Reliance Industries शामिल हैं।
दिलचस्प बात यह है कि एक दिन पहले ही बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था। सोमवार को सेंसेक्स 2,778 अंक (करीब 4%) की बढ़त के साथ 76,738.89 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। निफ्टी 50 ने भी 808 अंक (करीब 4%) की बढ़त के साथ 23,338.70 के नए रिकॉर्ड उच्च स्तर को छुआ।
शनिवार को किए गए एग्जिट पोल में NDA की निर्णायक जीत की भविष्यवाणी की गई थी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लगातार तीसरे कार्यकाल को सुरक्षित करने की उम्मीद थी। हालांकि, वास्तविक मतगणना के रुझानों ने इन भविष्यवाणियों को गलत साबित कर दिया है, जिससे निवेशक और विश्लेषक हैरान हैं।
जैसे-जैसे धूल जमती है, बाजार प्रतिभागी उत्सुकता से आगे के घटनाक्रमों का इंतजार करते हैं और उसी के अनुसार अपनी रणनीतियों को समायोजित करते हैं।