Swiggy IPO ने एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाया है, क्योंकि 26 सितंबर को कंपनी ने अपना अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास दाखिल किया। इस फाइलिंग में ₹3,750 करोड़ के नए इश्यू के साथ 18.53 करोड़ शेयरों का एक ऑफर फॉर सेल (OFS) भी शामिल है।
हाल के शेयर मूल्य ₹350 के आसपास रहने से, OFS के जरिए लगभग ₹6,500 करोड़ जुटाए जा सकते हैं। इस कदम में Accel, Coatue, Alpha Wave, Elevation, Norwest, और Tencent जैसे निवेशक अपने हिस्से घटाते हुए शेयर बेच रहे हैं, जबकि नए निवेशक Swiggy की दीर्घकालिक विकास संभावनाओं का लाभ उठाने और Zomato से विविधीकरण करने का प्रयास कर रहे हैं।
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Swiggy और Zomato भारत के फूड डिलीवरी बाजार पर हावी हैं, जो 2030 तक ₹2 लाख करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। दोनों मिलकर 90% से अधिक बाजार पर नियंत्रण रखते हैं। Zomato ने 2021 में सार्वजनिक लिस्टिंग की, जबकि Swiggy आने वाले महीनों में ऐसा करने वाली है।
Swiggy के प्रमुख निवेशकों में Prosus (32%), SoftBank (8%), और Accel (6%) शामिल हैं, साथ ही Elevation Capital और Tencent भी निवेशक हैं। कंपनी की अंतिम वैल्यूएशन जनवरी 2022 में $10.7 बिलियन थी, जब इसे फंडिंग मिली थी।
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बैंकरों में यह उम्मीद है कि Swiggy लिस्टिंग के बाद $10 बिलियन से $13 बिलियन के बीच बाजार पूंजीकरण हासिल कर सकता है। नवंबर 2023 से IPO की तैयारियां चल रही हैं, जिससे बाजार में काफी उत्साह है। हाल ही में, हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स और फैमिली ऑफिसेस ने सेकेंडरी मार्केट लेन-देन में कंपनी के शेयर खरीदे हैं, जिनकी वैल्यूएशन $9 बिलियन से $9.3 बिलियन के बीच रही है।